Wednesday, June 15, 2011

रंगलाल व नंगलाल जैसे लोग भी दुखी है, भला ब्याह करके कौन सुखी है ?






रंगलाल और उसका बेटा नंगलाल दोनों परेशान हैं


रंगलाल : बेटा अब तेरी माँ को क्या कहूँ ?

कमबख्त सब्ज़ी मण्डी में सब्ज़ी भी ऐसे खरीदती है

जैसे सोना खरीद रही हो


नंगलाल : आप तो बड़ी किस्मत वाले हैं पापा ! मुसीबत तो मेरी है ।

आपकी बहू तो सोना भी ऐसे खरीदती है जैसे सब्ज़ी खरीद रही हो ..हा हा हा



hasyakavi,kavisammelan,sensex,albela khatri,surat,baba,garbi rachnakar,joks,hasya

2 comments:

चंद्रमौलेश्वर प्रसाद said...

सरकार कहती है सब्ज़ी और सोने के दाम उतर रहे हैं:)

डॉ टी एस दराल said...

हा हा हा ! मज़ेदार दुखड़ा है दोनों का ।

Labels

Followers

Powered By Blogger

Blog Archive