नंगलाल बुक्का फाड़ फाड़ कर रो रहा था और रंगलाल उसे लगातार
पीटे जा रहा था । ये देख कर निहंगलाल से रहा न गया
निहंगलाल - क्यों पीट रहे हो इसको ?
रंगलाल - पीटूं नहीं तो क्या आरती उतारूँ इसकी ? पूरा देश भाईचारे
के लिए दुआ मांग रहा है और ये कमबख्त बकता है कि अब देश में
भाईचारा आ ही नहीं सकता..............
नंगलाल - हाँ हाँ नहीं आ सकता .........
निहंगलाल - लेकिन क्यों नहीं आ सकता ?
नंगलाल - इसलिए नहीं आ सकता क्योंकि 'भाई' तो दुबई में बैठा है
और चारा लालू प्रसाद यादव के पेट में है
9 comments:
ठीक ही तो कह रहा है बेचारा :)
भाई को लाओ, चारा खुद ब खुद उगल आएगा :)
गजब के हैं रंगलाल नंग लाल और निहंग लाल ... खूब कहर ढा रहे हैं ..,आनंद आ गया ...
आज ब्लॉग "समयचक्र" हैकर का शिकार हो गया था ....हैकर से बचे अपने पास वार्ड बदल लें ....
गजब के हैं रंगलाल नंग लाल और निहंग लाल ... खूब कहर ढा रहे हैं ..,आनंद आ गया ...
आज ब्लॉग "समयचक्र" हैकर का शिकार हो गया था ....हैकर से बचे अपने पास वार्ड बदल लें ....
हा...हा...हा....
मजेदार ...सही कटाक्ष किया है
लेकिन भाईचारा के अतिरिक्त कोई चारा नहीं है भाई
बहुत बढ़िया कटाक्ष
wah bhai wah.....
wah vare wah..
Post a Comment