शादी से पहले---------------
प्रेमिका - चाँद कहाँ है डार्लिंग ?
प्रेमी - चाँद तो दो-दो जगह हैं जानेमन !
एक मेरी गोद में और दूसरा आकाश में ...
शादी के बाद------------
पत्नी - चाँद कहाँ है पप्पू के पापा ?
पति - अन्धी है क्या ?
वो ऊपर आकाश में क्या तेरा बाप टार्च लेकर खड़ा है ?
8 comments:
anwer3Nice post .
हा हा हा ! ऐसा ही होता है ।
आज तो शिक्षक दिवस मनाइए ना!
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भारत के पूर्व राष्ट्रपति
डॉ.सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म-दिन
शिक्षकदिवस की बहुत-बहुत शुभकामनाएँ!
सही बात है! शादी के पहले और शादी के बाद बहुत कुछ बदल जाता है। :)
बेहतरीन पोस्ट लेखन के बधाइयाँ और शुभकामनाएं | आशा है कि अपने सार्थक लेखन से आप ऐसे ही ब्लाग जगत को समृद्ध करेंगे।
आपकी पोस्ट की चर्चा ब्लाग4वार्ता पर है-पधारें
हा हा हा !
और बुढापे मे एक रात मे तीन तीन चान्द खिले भी तो हो जाते है हाहाहा..
IK RAAT MEIN DO - DO CHAAND KHILE
IK GHOONGHAT MEIN IK BADLEE MEIN
AAP COMEDY SHAHENSHAH HAIN.
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