Thursday, June 10, 2010

बेनामी बन्धुओं को ये मालूम होना चाहिए




मेरे मुख्य ब्लॉग albelakhatri.com पर लगातार भद्दी गालियाँ,

गन्दे शब्दों भरी टुच्ची बातें, नंगे नंगे शब्द इस्तेमाल करके टिप्पणियां

करने वाले बेनामी बन्धुओं को ये मालूम होना चाहिए कि शब्द ब्रह्म

है ........शब्द बहुत बड़ी ऊर्जा का स्रोत है और शब्द कभी व्यर्थ नहीं

होता, उसका अर्थ असर करता ही है......लिहाज़ा वे बाज़ आयें और

शब्दों का प्रयोग ज़रा सोच समझ कर करें वरना कुदरत उन्हें ऐसा दण्ड

देगी कि आपके पास रोने के अलावा कोई काम नहीं रहेगा



मैं तो कुछ नहीं करूँगा ......क्योंकि मैं तो ऐसे खुजली वाले कुत्तों की

परवाह ही नहीं करता जो जगह जगह टांग उठाके खम्बे गीले करते

रहते हैं , परन्तु माँ शारदा और उसकी व्यवस्था में कहीं कोई छूट

नहीं है मर्यादा के उलंघन की........


अपनी नहीं तो अपने परिवार की चिन्ता करें और इस आग से ना

खेलें..........मुझसे बात करना है तो मर्द बन कर सामने आइये या

महिला बन कर अपना नाम बताइये - बेनामी की तरह व्यवहार

करने वाले ज़िन्दगी भर बेनामी रहने की सज़ा भोगते हैं



शुभकामना सहित,

-अलबेला खत्री



7 comments:

Unknown said...

इसे कहते हैं 'दो टूक'। उदाहरण तो बहुत बेहतरीन दिया है आपने। आपके ब्लॉग पर तो पहली बार आया हूँ पर अब तो आता रहूँगा क्योंकि इस टेंशन से भरी जिंदगी में दो पल हंसी-खुशी के मिल जाए तो क्या बात है।

धन्यवाद! फिर मिलेंगे

Jandunia said...

महत्वपूर्ण पोस्ट, साधुवाद

Shekhar Kumawat said...

aap ki chinta bilkul sahi or lagmi hai

magar kiya bhi kya ja sakta hai in benamiyo ka
ha aap benami wale function ko band kar de mera dawa hai aap koi ki khas nuksab bahu hoga

M VERMA said...

ये बेनामी हैं ये बदनामी से नहीं डरते. बेनामी होना बुरी बात नहीं पर अनर्गल और अभद्र भाषा का प्रयोग सर्वथा अनुचित्र है.
दो टूक चेतावनी का समर्थन

शिवम् मिश्रा said...

बहुत बढ़िया! लगे रहिये बड़े भाई !

राज भाटिय़ा said...

आप चाहे तो इन बेनामी को पकड सकते है...सबूत के संग, वो सवूत आदालत तक चलेगा, फ़िर इन का क्या करना है? तरीका मेल पर बताऊंगा

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' said...

इस कायरतापूर्ण कृत्य की निन्दा करता हूँ!

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