रंगलाल - वाह नंगू वाह ! शाबास ! तेरी पसन्द पे नाज़ है मुझे
तू जिस लड़की से आँख-मटक्का करता है वो बिलकुल चाँद है चाँद
तू जिस लड़की से आँख-मटक्का करता है वो बिलकुल चाँद है चाँद
नंगलाल - पापा ...आज तो आपने कह दिया और मैंने सुण लिया
..अब दोबारा मेरी प्रेमिका को कभी चाँद मत कहना ......
रंगलाल - क्यों भई ? क्या हुआ.........?
नंगलाल - हुआ कुछ नहीं, पर आपकी बात बेमेल है, क्योंकि चाँद मेल
और मेरी प्रेमिका फ़ीमेल है,
इसके अलावा चाँद दागदार है और प्रेमिका आगदार है
रंगलाल - बस इत्ती सी बात........
नंगलाल - बात इत्ती सी नहीं है,,,,,,,,,
चाँद पे अब तक 17 लोग चढ़ चुके हैं जिनमे से एक कुत्ता भी था...हा हा हा
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lokarpan samaroh of 'saagar me bhi sookha hai man' the book of hasyakavi albela khatri at mumbai |