Wednesday, December 1, 2010

जादू की दुनिया के महाकवि के. लाल और शब्दों के जादूगर अलबेला खत्री की हसीन मुलाकात

2 comments:

चंद्रमौलेश्वर प्रसाद said...

तो यह है के लाल का मायाजाल :)

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' said...

आप दोनों भाग्यशाली हैं!
अपने-अपने क्षेत्र के पुरोधा हैं!

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