रंगलाल बहुत परेशान था । सिर पकड़ कर बैठा था ।
मैंने पूछा - क्या हुआ भाई ? क्यों मुँह लटका रखा है ?
वो बोला - क्या बताऊँ भैया , मेरे बेटे नंगलाल ने दुखी कर रखा है ।
जब देखो तब रुपया मांगता रहता है, इतना खर्चीला हो गया है कि
लगता है मुझे नंग करके छोड़ेगा ।
मैंने कहा - तू दुखी मत हो, उसे रूपये की वैल्यू बता.............
वो बोला - बतायी थी, तब से तो और भी ज़्यादा हैरान कर दिया है
क्योंकि अब वह डॉलर मांगता है......... ही ही ही ही ही
4 comments:
क्या गलत करता है!
आखिर बेटा किसका है?
बहुत खुब जी
ha-ha सही है, जब उसे पता चल ही गया कि रूपये की भेलू सिर्फ ०.०२ सेंट ही है तो भला ............
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