पति के बारे में तो पत्नी ही अच्छी तरह बता सकती है कि वह गधा है, घोड़ा है या इन्सान है..शिवम् जी कहते हैं....गनीमत है मेरा बेटा ऐसी कोई फरमाइश नहीं करता !!.........बेटा ऐसी फरमाइश क्यों करेगा...आप सारे दिन उसे बिठा कर घुमाते होंगे......कृपया बुरा मत मान जाना ...अपना समझ कर बात की है.. अलबेला जी, कभी हमारे ब्लॉग पर भी आ जाओ यार... deendayalsharma.blogspot.com, ddji.blogspot.com,hansimajaak.blogspot.com,taabartoli.blogspot.com
8 comments:
बहुत खूब ...................गनीमत है मेरा बेटा ऐसी कोई फरमाइश नहीं करता !!
बेचारा पति क्या करे !
यहाँ कुछ नहीं कर पता
पति के बारे में तो पत्नी ही अच्छी तरह बता सकती है कि वह गधा है, घोड़ा है या इन्सान है..शिवम् जी कहते हैं....गनीमत है मेरा बेटा ऐसी कोई फरमाइश नहीं करता !!.........बेटा ऐसी फरमाइश क्यों करेगा...आप सारे दिन उसे बिठा कर घुमाते होंगे......कृपया बुरा मत मान जाना ...अपना समझ कर बात की है.. अलबेला जी, कभी हमारे ब्लॉग पर भी आ जाओ यार...
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कहाणी तो पुरी सुण ली भाई जी
फ़ेर ओ तो बताओ छोरे ने कंधे पे बठाया के नही?:)
राम राम
बहुत सुंदर जी, यह छोरा आप का है क्या?? :)
हाँ राज भाई साहेब !
यही तो है वो ऊत नंगलाल !
जिसका मैं हूँ रंगलाल
हा हा हा हा हा हा
"अनुव्रतः पितुः पुत्रो माता भवतु सम्मनाः!"
baithne se pahle gadhe ko ghoda samajh raha hoga....baithne ke baad kitna dukhii..!
ha ha ha ...saral shabdon men sunder hasy.
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