Saturday, June 12, 2010

आ गया बेटा नापसन्दू ! बहुत देर लगादी , मैं तो कब से दूरबीन ले कर बैठा था तेरे इन्तेज़ार में........

मुझे मालूम था कि वो आएगा .......

दबे पाँव

चुपके से

और वो करके चला जाएगा जो उसे आता है ...........

इसलिए मैंने आज जब ये पोस्ट लगाई -


http://albelakhari.blogspot.com/2010/06/1.html


तो चौकन्ना हो कर बैठा था...........

सारी तकनीकी सुविधाओं के साथ उसे पकड़ने के लिए....

मगर हाय रे !

मैं उसे पकड़ भी नहीं सकता ........

क्योंकि वो भी बेचारा कठपुतली है

मैं जान गया हूँ औकात उसकी.......

जा बेटा ! क्षमा किया .........

जा कहदे तेरे आकाओं से कि अलबेला खत्री ने चुनौती दी है

देखता हूँ

http://albelakhari.blogspot.com/2010/06/1.html

इस लिंक पर आने के बाद

लोग मेरा साथ देते हैं या तेरे आका का

जय हिन्दी !

जय हिन्द !!

hindi, save the india, bharat, desh bhakti, albelakhatri.com, sen sex, foot boll, world cup










www.albelakhatri.com

4 comments:

अनुराग मुस्कान said...

हाहाहाहा... बहुत ख़ूब।
बिलकुल अलबेला।

राज भाटिय़ा said...

अगर हाथ लगे तो खुब धुनो.... दस बारह हमारी तरफ़ से भी

Unknown said...

@ Raj Bhatiya ji !

nahin, inki sazaa ye nahin raaj ji !

inkaa intezaam zara hat ke hai ...

ye benaami hain inhen benaami sazaa hi milegi..

ye bhi haath laga laga kar dekhenge ki haay ! ye kya ho gaya ?

aapko naman !

bahut dinon baad aaj bhent hui...achha laga..

शिवम् मिश्रा said...

हम तो आपके ही साथ है बड़े भाई !

Labels

Followers

Powered By Blogger

Blog Archive