Monday, February 22, 2010

कवि सम्मेलनीय बातों में से बात और बात बात में बात ...........

हास्यकवि अलबेला खत्री इन लातूर

5 comments:

राज भाटिय़ा said...

महाराज आप के बेटे ओर भाई का अब क्या हाल है, भगवान की दया से अब सब ठीक ठाक होगे.

Udan Tashtari said...

ये तो पहले देखा हुआ निकला!

देवेन्द्र पाण्डेय said...

जब मजा आने लगा तो खतम हो गया...
अधूरा दिखायेंगे तो घर-परिवार का विकास कैसे होगा..!

Urmi said...

खत्री जी बहुत खूब! मज़ा आ गया!

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' said...

बहुत खूब जनाब!

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