Tuesday, February 23, 2010

नंगलाल की वाट लग गई............




रंगलाल का बेटा नंगलाल स्कूल से घर आ रहा था । अचानक रास्ते

में ज़ोर से बरसात आ गई जिस कारण वह भीगता-भागता ही

सड़क पर चल रहा था कि अचानक पाँव फिसलने से कीचड़ में गिर

गया तभी आकाश में ज़ोरदार बिजली चमकी।


नंगलाल ने ख़ुद की हालत देखी और फिर आकाश की तरफ मुँह

करके बोला - वाह भगवान् ! पहले कीचड़ में गिरा दिया फिर

फोटो भी खींच ली ..........















www.albelakhatri.com



5 comments:

देवेन्द्र पाण्डेय said...

मजेदार है.

देवेन्द्र पाण्डेय said...

वैसे यह सुना हुआ था..कुछ नया पढाएँ..

Pt. D.K. Sharma "Vatsa" said...

अल्बेला जी, नंगलाल तो खैर ठीक है लेकिन आपने ये सन 1947 की तस्वीर क्यूँ लगा रखी है...हा हा हा :-)

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' said...

इस कला में आप कुशल हैं!

शरद कोकास said...

भैया यह आप ही हो क्या ?\ होली की शुभकाम्नायें

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