Monday, November 9, 2009

हल नहीं मिलता तो क्या हुआ बैल तो हैं .........



दो विवाहित युवतियां आपस में बतिया रही थीं ।


पहली - बहना, ये ज़िन्दगी भी ना.............अजीब पहेली है

इसका हल ही नहीं मिलता ।

दूसरी - अरी प्यारी , तू चिन्ता क्यों करती है ?

हल नहीं मिलता तो क्या हुआ ....

हमारे पास बैल तो हैं ............हा हा हा हा हा हा हा


5 comments:

अजय कुमार झा said...

गजब सुलझाई पहेली सहेलियों ने......हा हा हा

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' said...

बहुत ही दिलचस्प!

राज भाटिय़ा said...

बेल ???? बाबा सांड नही.....

डॉ टी एस दराल said...

ये थोडा ज्यादा हो गया.

शरद कोकास said...

सारे बैल कर रहे हैं हाहाहाहाहा

Labels

Followers

Powered By Blogger

Blog Archive