Tuesday, October 27, 2009

पति तो हज़ारों मिल जायेंगे, कुत्ता दोबारा नहीं मिलेगा



कुत्ते वाला - ले जाओ बहिनजी, ले जाओ.....

बहुत अच्छा कुत्ता है ..खानदानी और समझदार

कुत्ता है ....ले जाओ सिर्फ़ दो सौ रुपयों में .........


महिला - नहीं भाई, ले तो जाऊं लेकिन,

मेरे पति को कुत्ते पसन्द नहीं हैं


कुत्ते वाला - ले जाओ बहिनजी लेजाओ,

पति तो हज़ारों मिल जायेंगे,

ये कुत्ता आपके हाथ से निकल गया

तो दोबारा नहीं मिलेगा ................हा हा हा हा हा हा हा

13 comments:

M VERMA said...

नही लेती जा मेरे पति जैसा कोई नही है. और फिर जब घर में पति है तो कुत्ते की क्या जरूरत. बडे आए ---

Unknown said...

हा हा हा हा!!!

सच है, पतित पति से वफादार कुत्ता अधिक श्रेष्ठ होता है!

डॉ टी एस दराल said...

जब पति इतनी आसानी से मिल रहे हैं, तो फिर कुत्ते की क्या ज़रुरत.
क्या बात है, आज तो छाये हुए हो गुरु.
लिखते रहिये, मज़ा आ रहा है.

पी.सी.गोदियाल "परचेत" said...

नहीं भैया, मैं दो-दो एक साथ नहीं पाल सकती हा-हा-हा...!

समयचक्र said...

हा हा हा हा हा हा हा

cartoonist ABHISHEK said...

achchha hai...
badhai albelaji

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' said...

अरे भाई अलबेला जी!
एक कुत्ता हमें भी तो भेज दो।
मगर वफादार होना चाहिए।

Jandunia said...

हंसाने के लिए अच्छा है

शरद कोकास said...

नही नही ..दोनो की क्या तुलना ?

शिवम् मिश्रा said...

क्या बात है,गुरु..........वाह-वाह !!

राजीव तनेजा said...

आप भी कमाल करते हैँ...एक के होते हुए भला दूसरे की क्या ज़रूरत है?

राजा कुमारेन्द्र सिंह सेंगर said...

pati ke hote KUTTA........hat kutta

Urmi said...

वाह वाह क्या बात है! कमाल का लिखा है आपने!

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