ताऊ रामपुरियाजी आज बड़े अच्छे मूड में थे ।
हल्की हल्की बारिश का आनन्द उन्हें और भी
सुकून दे रहा था । सहसा अपनी मूंछों पर बट चढाते हुए
उन्होंने ताईजी से कहा - देख भाग्यवान ...इतना काम
करके ख़ुद को थकाया मत कर ....मेरै कन्नै बहोत पिसे सें...
तू हुकम कर, नौकरां की कतार लगा दयूंगा ...
ताईजी - नहीं जी नहीं, नौकर की कोई ज़रूरत कोन्या
मन्नै तो आप मिल गए, सब मिल गया ............हा हा हा हा हा हा
हल्की हल्की बारिश का आनन्द उन्हें और भी
सुकून दे रहा था । सहसा अपनी मूंछों पर बट चढाते हुए
उन्होंने ताईजी से कहा - देख भाग्यवान ...इतना काम
करके ख़ुद को थकाया मत कर ....मेरै कन्नै बहोत पिसे सें...
तू हुकम कर, नौकरां की कतार लगा दयूंगा ...
ताईजी - नहीं जी नहीं, नौकर की कोई ज़रूरत कोन्या
मन्नै तो आप मिल गए, सब मिल गया ............हा हा हा हा हा हा
3 comments:
"नहीं जी नहीं, नौकर की कोई ज़रूरत कोन्या
मन्नै तो आप मिल गए, सब मिल गया ..."
क्या कहने ताई के और साथ साथ आपके भी !
ताई समझदार है, ओर बचत भी करना जानती है.
भाई ये ताऊ ताई का प्यार न्यूं ही बना रहे.
और आप भी न्यूं ही सुनाते रहो मजेदार किस्से.
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