गुटखा ये पाउच वाला, जिसने भी मुंह में डाला
गुटखा ले लेगा उसकी जान
कर दो सभी को सावधान.......................
कितने ही मर गए इससे,कितने ही मिट गए इससे
बूढे बालक नौजवान
कर दो सभी को सावधान ...............................
संतूर तुलसी शिमला गोवा दरबार कोई
मानिकचंद मूलचंद हो या अनुराग कोई
हो चाहे रजनीगंधा पानपराग कोई
सबके सब हैं ज़हरीले
कत्थई भूरे या पीले
सब के सब हैं एक समान
करदो सभी को सावधान ............................
सडियल सुपारी डाली,सस्ता ज़र्दा मिलाया
लौंग इलायची खुश्बू ठंडक किवाम दिखलाया
बाकी बस खड़िया मिटटी, कत्था चूना लगाया
चमड़ी छिपकलियों वालीसाँपों की हड्डियाँ डाली
नशा है या मौत का सामान
कर दो सभी को सावधान ................................
तिल्ली को खा जाता है पथरी अल्सर देता है
किडनी का दुश्मन है ये कैंसर भी कर देता है
खाने वाले का जीवन बर्बाद कर देता है
सबसे गन्दी बीमारी
चालू रहती पिचकारी
दफ्तर हो घर हो या दुकान
कर दो सभी को सावधान ...............................
12 comments:
सही बात है इस तंबाकू ज़र्दे ने तो लोगों को बर्दाद कर दिया है
कई ब्रांड के नाम गिना दिए गुरु... अच्छी जानकारी है :)
बढ़िया पैरोडी ।
बात भी काम की की है ।
मस्त हे जी... लेकिन सत्य
प्रिय श्रीअलबेलाजी,
बहुत अच्छे..!!
चमड़ी छिपकलियों वाली
साँपों की हड्डियाँ डाली
नशा है या मौत का सामान
आपको ढ़ेरों बधाई।
मार्कण्ड दवे।
http://mktvfilms.blogspot.com
अलबेला जी सुन्दर हास्य प्रस्तुति के लिए बहुत बहुत आभार.आपके व्यंग्य में सार्थक ज्ञान से मन प्रसन्न हुआ.
मेरे ब्लॉग पर आयें. आपका हार्दिक स्वागत है.
हास्य के माध्यम से एक उम्दा , प्रेरणादायी प्रस्तुति ।
:)
albelaa jee
namskaar !
ek achchi samaaj sudhaarak perodi .vaakai ye ghaatak soukh hai , jaante hai bhi bhi jaane loh q khaate hai . acchi pairodim ke liye badhai .
saadar !
ज़रूरी संदेश बहुत ही अच्छे तरीके से
मजेदार है,
बहुत दिनों से कोई नयी पोस्ट नहीं ?
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