रंगलाल - बेटा नंगलाल कुमार विश्वास का मतलब जानते हो ?
नंगलाल - जानता हूँ बापू !
रंगलाल - तो बोलो
नंगलाल - लो झेलो :
कु = कुतर्की
मा = मातृभूमि का मज़ाक उड़ाने वाला
र = रत्ती भर सामग्री और लाखों की ठेकेदारी
वि = विषैला व्यवहार करने का आदी
श्वा = श्वास श्वास में षड़यंत्र भरा हुआ
स = सस्ती बातें करके महंगा बिकने वाला कलाकार
रंगलाल - तुम्हारी बातों से बगावत की बू आ रही है
नंगलाल - हाँ हाँ मुझे भी इस नाम से बदबू आ रही है
7 comments:
बहुत दिनों बाद दिखा अलबेला रंग :)
ये भी खूब रही नगलाल और रंगलाल ने तो कुमार विश्वास की कलई खोलकर रख दी .... हा हा
बन्दे ने कुछ खास पंगा ले लिया लगता है ।
वैसे है तो एरोगेंट ।
वाह!
बढ़िया व्याख्या की है आपने कुमार की!
नमस्कार !
आप ने विश्वास जी कि अच्छी व्यख्याया कर दी , मज़ा आया . रनग लाला पढ़ .
साधुवाद !
नंगलाल - हाँ हाँ मुझे भी इस नाम से बदबू आ रही है...अलबेला रंग
kya baat hai...wahawah...
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