प्रधान मंत्री महोदय ने ताज़ातरीन हिन्दी फ़िल्मों में बढ़ती
अश्लीलता और नग्नता पर गहरा खेद व्यक्त किया है . उन्होंने
कहा कि हमारी संस्कृति को विकृत किया जा रहा है इसका
खामियाज़ा आने वाली पीढ़ी को भुगतना पड़ेगा .
उनके इस बयाँ पर चुटकी लेते हुए विपक्ष के एक बुज़ुर्ग नेता
ने कहा कि आने वाली पीढियां तो पता नहीं कब खामियाज़ा
भुगतेगी............हम तो अभी से भुगत रहे हैं..........
काश ! ऐसी गरमा-गरम फ़िल्में उनके ज़माने में बनती
तो जवानी के दिनों में उन्हें ये सब देखने के लिए
अंग्रेज़ी फ़िल्में नहीं देखनी पड़ती।
# इस चुटकी के सभी पात्र काल्पनिक हैं -
किसी भी ज़िन्दा अथवा मुर्दा नेता से इसका कोई लेना देना नहीं है
2 comments:
बेचारा शरीफ़ है जी
बेहतरीन पोस्ट लेखन के बधाई !
आशा है कि अपने सार्थक लेखन से,आप इसी तरह, ब्लाग जगत को समृद्ध करेंगे।
आपकी पोस्ट की चर्चा ब्लाग4वार्ता पर है-पधारें
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