Monday, July 12, 2010

जिसने संसार के बड़े भाग को परतंत्रता की ज़ंजीरों में जकड़ रखा है




कूटनीति  

प्रकृति मानवीय नियमों के विरुद्ध  एक ऐसा दुर्गुण है 

जिसने संसार के बड़े भाग को परतंत्रता  की ज़ंजीरों में  जकड़ रखा है 

और जो मानवता के विकास  में  बड़ी बाधा है 



-रोमां रोलां 





1 comment:

Asha Joglekar said...

हम्म.........................

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