Thursday, November 12, 2009

तेरी मेहरबानी से मनमोहन हैं मालामाल, एक तू ही बलवान है भाभी बाकी सब कंकाल


तर्ज़ : चाँदी जैसा रंग है तेरा सोने जैसे बाल
गायक : पंकज उधास


शौहर जैसा ढंग है
तेरा, सासू जैसी चाल

एक तू ही बलवान है भाभी,बाकी सब कंकाल



जिस रस्ते से तू गुज़रे वो वोटों से भर जाए

तेरी मेहनत कांग्रेस-के सोते भाग जगाये

तू जिस लीडर को छूले वो ही पीएम बन जाए

तेरी मेहरबानी से ही तो ..........

तेरी मेहरबानी से मनमोहन हैं मालामाल

एक तू ही बलवान है भाभी बाकी सब कंकाल



शरद-मुलायम-ममता-अमरसिंह सब हैं तेरे दूत

राहुल और प्रियंका हैं दो
बांहें तेरी मजबूत

आहें भर भर देखें तुझको एन डी
के भूत

तुझे नज़र लगे किसी की ......

तुझे नज़र लगे किसी की पूरे पाँच साल

एक तू ही बलवान है भाभी बाकी सब कंकाल



13 comments:

पी.सी.गोदियाल "परचेत" said...

वाह-वाह, सच में बहुत मजा आया, दिल खुश हो गया

दुनिया में इटली ही बलवान है भाभी
बाकी के सब देश कंगाल !

Unknown said...

"शरद-मुलायम-ममता-अमरसिंह सब हैं तेरे दूत
राहुल और प्रियंका हैं दो बांहें तेरी मजबूत"

मजेदार पैरोडी!

swasti said...

maza aa gaya ji!!!!!!
bahut sahi kaha apne

Anil Pusadkar said...

ओ तेरा क्या कहना।

शिवम् मिश्रा said...

सही है बड़े भाई ....... imported माल तो वैसे भी हम लोगो की पुरानी कमजोरी है !

संगीता पुरी said...

क्‍या पैरोडी बनायी है !!

Simply Poet said...

Sir please do check out
www.simplypoet.com

World's first multilingual poetry portal

do post there you may be depriving a lot of people the opportunity to appreciate your beautiful creations.

Also, sir we would like you to be one of our first critics.

do reply to us at pensimplypoet@gmail.com

You are the torch bearer of humor poetry in India..kudos to you!!

Sulabh Jaiswal "सुलभ" said...

वाह भई! बहुत खूब!!

कुछ ऐसी ही एक परोडी यहाँ भी है.
http://sulabhpatra.blogspot.com/2009/10/blog-post_04.html

Unknown said...

aap ka to andaj nirala hai, khatri sahib... waha, waha, waha... aja aa gaya....

Pt. D.K. Sharma "Vatsa" said...

बाकी सब कंगाल...

वाह अल्बेला जी...क्या खूब पैरोडी लिखी है !!

राज भाटिय़ा said...

बाकी सब कंगाल... थे नही कर दिया इस भाभी ने,
मजे दार, बहुत धमाके दार जी, जरा इसे अपनी आबाज मे गा कर सुनाते तो ओर भी रंग निखरता.
धन्यवाद

Udan Tashtari said...

मस्त पैरोडी...अच्छा लगा.

शरद कोकास said...

भाभी को सुनाई या नही ?

Labels

Followers

Powered By Blogger

Blog Archive